Robbery !

april 07 ; 1958 न्यूयॉर्क शहर ! ज्यो ही अमेरिका का ख्याति प्राप्त अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स 07 अप्रैल की सुबह लोगो के घर पहुँचा , खबर पढ़ कर लोगो की आंखे फटे रह गयी ! किन्ही दो लोगों ने 06 अप्रैल की शाम बैंक ऑफ न्यूयॉर्क लूट लिया । बैंक ऑफ न्यूयॉर्क तब लूटा गया... Continue Reading →

ख़ातिर उसके !

​मैं चिखू और उसे सुनाई ना दूं ; मैं खुद को रोकु और उसे कभी बहने ना दूं ! मैं खुशबू बन जाऊं , उसे कभी घुटने ना दूं ; में पानी बन जाऊं , उसे सुलगने ना दूं ! मैं धुँआ बन जाऊं , मुझसे ज्यादा उसे कभी कुछ देखने ना दूं ; में... Continue Reading →

चलो वहां से चलते है ➡

जिस कहानी के किरदार आप नही बन सकते ; चलो वहां से चलते हैं ! जिस तारीख आप वहां नही पहुँच सकते ; चलो वहां से चलते है ! वक़्त खिलोना है ; कांच का ना समझो तो ; चलो वहां से चलते है ! कांच की बोतल हो , मगर मखमल इश्क़ ना हो... Continue Reading →

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The Missing Bunker  { A short story }

​दिसम्बर 22 , 1943  जापान में परमाणु हमले से करीब दो साल पहले , जर्मनी के दक्षिण शहर म्युनिक में । कुछ अमेरिकी टुकड़ीया म्युनिक शहर को अपने कब्जे में ले चुकी थी। पर वो दिन , अमेरिका की एक टुकड़ी , जो अपने दो गुमशुदा सैनिको की खोज में हमेशा की तरह निकली थी... Continue Reading →

ऐसी मोहब्बत !

कोई ऐसे भी निभाता है मोहब्बत ; तूने सुना नहीं ऐ दोस्त.. चले जाने के बाद मेरे , उसने संवरना छोड़ दिया । लोगो को क्या मालूम कहानी ; हर रात आधे होते उस चाँद की.. सुना मेने कही खातिर , ज़मीं के उसने पूरा होना छोड़ दिया । बाते सुनाई जाती हैं ,बंजर रेत... Continue Reading →

Yaad wo Fir Aa Gaya !

​हिसाब कितने दिनों का ; इन दिनों में कैसे लिखा गया ; पढ़ कर तारीखे , नशा कुछ शराब सा मेरी आँखों में आ गया ! दे दो कुछ जाम मेरे हाथों में ; उतर कर उसकी आँखों में , सुकून को सुकून सा कुछ आ गया ! मैं तारीफे करता रहा उसकी ; कर... Continue Reading →

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